Senior Citizens Schemes : हमारे समाज के वरिष्ठ नागरिकों ने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा देश और परिवार की सेवा में समर्पित किया है। जीवन के इस पड़ाव पर, जब वे सेवानिवृत्त होकर आराम करना चाहते हैं, तब उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
आर्थिक सुरक्षा से लेकर स्वास्थ्य देखभाल तक, वरिष्ठ नागरिकों को विशेष ध्यान और सहायता की आवश्यकता होती है।
भारत सरकार ने इन चुनौतियों को समझते हुए कई ऐसी योजनाएँ शुरू की हैं जो वरिष्ठ नागरिकों के जीवन को सुगम और सम्मानजनक बनाने में मदद करती हैं। इस लेख में, हम ऐसी 7 प्रमुख सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानेंगे जिनसे वरिष्ठ नागरिकों को महत्वपूर्ण लाभ मिल सकते हैं।
1. प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY)
शायद वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक, प्रधानमंत्री वय वंदना योजना उन लोगों के लिए एक वरदान है जो सेवानिवृत्ति के बाद एक निश्चित और नियमित आय की तलाश में हैं।
मैंने अपने पड़ोस में रहने वाले शर्मा जी से इस योजना के बारे में बात की। 68 वर्षीय शर्मा जी एक सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी हैं जिन्होंने पिछले साल इस योजना में निवेश किया था। उन्होंने बताया, “मेरी पेंशन तो है, लेकिन महंगाई इतनी बढ़ गई है कि कभी-कभी चिंता होती थी।
इस योजना में निवेश करने के बाद मुझे हर महीने एक निश्चित राशि मिलती है, जिससे मेरी आर्थिक चिंताएँ काफी कम हो गई हैं।”
योजना की मुख्य विशेषताएँ:
निवेश राशि: अधिकतम 15 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है।
आयु पात्रता: 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक।
ब्याज दर: वर्तमान में लगभग 8% प्रति वर्ष की गारंटीड रिटर्न।
पेंशन भुगतान: मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक या वार्षिक विकल्प उपलब्ध।
योजना अवधि: 10 वर्ष।
प्रारंभिक निवेश की वापसी: योजना की अवधि पूरी होने पर।
ऋण सुविधा: योजना अवधि के दौरान आवश्यकता पड़ने पर निवेश राशि का 75% तक ऋण के रूप में लिया जा सकता है।
जब मैंने वित्तीय सलाहकार रमेश वर्मा से इस योजना के बारे में अधिक जानकारी माँगी, तो उन्होंने कहा, “यह योजना उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो जोखिम नहीं लेना चाहते और एक सुरक्षित निवेश विकल्प चाहते हैं। इसमें आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर लाभ भी मिलता है।”
2. राष्ट्रीय वयोश्री योजना
इस योजना ने उन वरिष्ठ नागरिकों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाया है जो शारीरिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। मैंने अपनी रिपोर्टिंग के दौरान 73 वर्षीय लक्ष्मी देवी से मुलाकात की, जिन्हें चलने में काफी परेशानी होती थी। राष्ट्रीय वयोश्री योजना के माध्यम से उन्हें एक मुफ्त व्हीलचेयर मिली, जिसने उनके जीवन को बदल दिया।
लक्ष्मी देवी बताती हैं, “पहले मैं घर से बाहर निकलने से डरती थी। अब मैं अपने पोते-पोतियों के साथ पार्क जा सकती हूँ, मंदिर जा सकती हूँ। मुझे अपनी स्वतंत्रता वापस मिल गई है।”
योजना के अंतर्गत दी जाने वाली सहायता:
श्रवण यंत्र: सुनने में कठिनाई का सामना करने वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए।
चलने के सहायक उपकरण: जैसे वॉकिंग स्टिक, एल्बो क्रचेस, वॉकर/क्रचेस, ट्रिपॉड/क्वाड्रपॉड, व्हीलचेयर आदि।
दृष्टि सहायक: चश्मे, स्पेक्टेकल्स आदि।
दैनिक जीवन के उपकरण: जैसे सिलिकॉन फोम कुशन, वरिष्ठ नागरिक के अनुकूल मोबाइल फोन आदि।
पात्रता:
- BPL श्रेणी के 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक।
- भारत का नागरिक होना आवश्यक है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. अमित शर्मा के अनुसार, “यह योजना वरिष्ठ नागरिकों को न केवल शारीरिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि उनके आत्मसम्मान और स्वतंत्रता को भी बढ़ावा देती है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
3. वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना
मध्यम वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह योजना एक वरदान है। इस योजना के माध्यम से वरिष्ठ नागरिक अपनी बचत का एक हिस्सा निवेश करके नियमित पेंशन प्राप्त कर सकते हैं।
मैंने इस योजना का लाभ उठाने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक राजेंद्र प्रसाद से बात की। वे बताते हैं, “मैंने 10 लाख रुपये का निवेश किया और अब मुझे हर महीने लगभग 7,000 रुपये मिलते हैं। यह राशि मेरे मासिक खर्चों में बहुत मदद करती है, विशेषकर दवाइयों के लिए।”
योजना की मुख्य विशेषताएँ:
आयु सीमा: 60 वर्ष या उससे अधिक।
निवेश राशि: न्यूनतम 1.5 लाख और अधिकतम 15 लाख रुपये।
पेंशन भुगतान: मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक और वार्षिक विकल्प।
पॉलिसी अवधि: 10 वर्ष (10 वर्ष के बाद प्रारंभिक निवेश वापस)।
नामांकन सुविधा: पॉलिसीधारक की मृत्यु होने पर नामित व्यक्ति को भुगतान।
वित्तीय विशेषज्ञ सुनीता गुप्ता कहती हैं, “वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें निवेश पूरी तरह सुरक्षित है और रिटर्न गारंटीड है। बाजार में उतार-चढ़ाव का इस पर कोई असर नहीं पड़ता, जो वरिष्ठ नागरिकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”
4. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत)
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ भी बढ़ती जाती हैं। इस योजना ने कई वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक जीवनरेखा का काम किया है, जिन्हें अन्यथा महंगे इलाज का खर्च वहन करना मुश्किल होता।
72 वर्षीय रामू काका, जिन्हें पिछले साल दिल का दौरा पड़ा था, बताते हैं, “अगर आयुष्मान कार्ड नहीं होता, तो मैं अपना इलाज करवा ही नहीं पाता। मेरे बेटे को अपना घर बेचना पड़ता। इस योजना ने मेरी जान बचाई।”
योजना की मुख्य विशेषताएँ:
कवरेज: प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा।
लाभार्थी: सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के आधार पर चयनित परिवार।
कैशलेस उपचार: देश भर के सूचीबद्ध अस्पतालों में कैशलेस उपचार की सुविधा।
व्यापक कवरेज: लगभग 1,350 चिकित्सा प्रक्रियाओं को कवर करता है।
सेकेंडरी और टर्शियरी केयर: गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए विशेष प्रावधान।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, “आयुष्मान भारत योजना विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए वरदान साबित हुई है, क्योंकि इस उम्र में स्वास्थ्य खर्च अधिक होते हैं। योजना के तहत अब तक लाखों वरिष्ठ नागरिकों ने मुफ्त इलाज का लाभ उठाया है।”
5. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना (IGNOAPS)
गरीबी रेखा से नीचे जीवन बिताने वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह योजना एक आशा की किरण है। मैंने इस योजना के लाभार्थी 65 वर्षीय संतोषी देवी से बात की, जो अपने छोटे से गाँव में अकेली रहती हैं।
वे कहती हैं, “मेरा कोई नहीं है। बेटा शहर में रहता है और कभी-कभार ही आता है। इस पेंशन से मैं अपना पेट पाल लेती हूँ और दवाइयाँ खरीद लेती हूँ। भगवान और सरकार का आशीर्वाद है यह पेंशन।”
योजना की मुख्य विशेषताएँ:
पात्रता: 60 वर्ष से अधिक आयु के BPL श्रेणी के वरिष्ठ नागरिक।
पेंशन राशि: केंद्र सरकार द्वारा 200-500 रुपये प्रति माह (राज्य सरकारें अतिरिक्त राशि जोड़ती हैं)।
विशेष प्रावधान: 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए अधिक पेंशन।
वितरण: बैंक खाते या डाकघर के माध्यम से सीधे लाभार्थी के खाते में।
सामाजिक कार्यकर्ता रमेश यादव बताते हैं, “यह योजना भले ही छोटी राशि प्रदान करती है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इसका महत्व बहुत अधिक है। कई वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह उनकी एकमात्र नियमित आय का स्रोत है।”
6. वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)
यह योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक आकर्षक निवेश विकल्प है, जो उच्च ब्याज दर और कर लाभ प्रदान करती है। मैंने अपने शहर के डाकघर में जाकर इस योजना के बारे में जानकारी इकट्ठा की और वहां मुझे 70 वर्षीय मोहन लाल से मिलने का अवसर मिला, जो अपनी सेवानिवृत्ति की राशि का एक हिस्सा इसमें निवेश करने आए थे।
मोहन लाल जी ने बताया, “मैंने अपनी ग्रेच्युइटी के 15 लाख रुपये इस योजना में लगाए हैं। अब मुझे हर तिमाही में अच्छा-खासा ब्याज मिलता है, जिससे मैं और मेरी पत्नी बिना किसी पर निर्भर हुए अपना खर्च चला लेते हैं।”
योजना की मुख्य विशेषताएँ:
आयु पात्रता: 60 वर्ष या उससे अधिक (55-60 वर्ष के सेवानिवृत्त कर्मचारी भी पात्र)।
निवेश सीमा: न्यूनतम 1,000 रुपये से अधिकतम 15 लाख रुपये।
ब्याज दर: वर्तमान में लगभग 8.2% प्रति वर्ष (त्रैमासिक भुगतान)।
अवधि: 5 वर्ष (आगे 3 वर्ष तक विस्तार संभव)।
कर लाभ: आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर छूट।
प्रीमैच्योर विद्ड्रॉल: आवश्यकता पड़ने पर निवेश राशि को समय से पहले निकालने की सुविधा (कुछ कटौती के साथ)।
बैंकिंग विशेषज्ञ अनिल कपूर कहते हैं, “वरिष्ठ नागरिक बचत योजना सरकारी गारंटी के साथ उच्च ब्याज दर का दुर्लभ संयोजन प्रदान करती है। यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे सुरक्षित और लाभदायक निवेश विकल्पों में से एक है।”
7. वरिष्ठ नागरिक कल्याण कोष
यह कोष विशेष रूप से उन वरिष्ठ नागरिकों की सहायता के लिए स्थापित किया गया है जो अत्यंत गरीबी में जीवन बिता रहे हैं और जिनके पास कोई सहारा नहीं है। मैंने एक ऐसे वृद्धाश्रम का दौरा किया जहां इस कोष से वित्तीय सहायता मिलती है।
वृद्धाश्रम की संचालिका सुधा बेन बताती हैं, “हमारे यहां 35 वरिष्ठ नागरिक रहते हैं जिन्हें उनके परिवारों ने छोड़ दिया है या जिनका कोई नहीं है। वरिष्ठ नागरिक कल्याण कोष से मिलने वाली सहायता से हम उनके भोजन, आवास और चिकित्सा की व्यवस्था कर पाते हैं।”
योजना के अंतर्गत दी जाने वाली सहायता:
वृद्धाश्रमों का निर्माण और रखरखाव: वरिष्ठ नागरिकों के लिए आवास सुविधाएँ।
मोबाइल मेडिकल यूनिट: घर पर ही चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करने के लिए।
फिजियोथेरेपी क्लिनिक: वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष शारीरिक चिकित्सा।
जागरूकता कार्यक्रम: वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों और उपलब्ध सहायता के बारे में जागरूकता फैलाना।
हेल्पलाइन और काउंसलिंग: भावनात्मक सहायता और मार्गदर्शन।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, “यह कोष वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए समर्पित है। हमारा उद्देश्य है कि कोई भी वरिष्ठ नागरिक बुनियादी सुविधाओं से वंचित न रहे।”
Senior Citizens Schemes : निष्कर्ष: आगे की राह
भारत में वरिष्ठ नागरिकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वर्ष 2050 तक, देश में 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की संख्या लगभग 34 करोड़ होने का अनुमान है। ऐसे में, वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए समर्पित योजनाओं का महत्व और भी बढ़ जाता है।
उपरोक्त योजनाएँ वरिष्ठ नागरिकों के विभिन्न पहलुओं – आर्थिक सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, सामाजिक सुरक्षा – को संबोधित करती हैं। हालांकि, इन योजनाओं के बारे में जागरूकता की कमी एक बड़ी चुनौती है।
कई वरिष्ठ नागरिक, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में, इन योजनाओं के बारे में जानकारी के अभाव में लाभ नहीं उठा पाते।
समाज के एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में, हमारा कर्तव्य है कि हम अपने आसपास के वरिष्ठ नागरिकों को इन योजनाओं के बारे में जानकारी दें और उन्हें आवेदन प्रक्रिया में सहायता करें।
उन लोगों का सम्मान और देखभाल करना हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा रहा है, जिन्होंने हमें बड़ा किया और हमारे समाज का निर्माण किया।
वरिष्ठ नागरिकों के प्रति समाज का दृष्टिकोण भी बदलने की आवश्यकता है। उन्हें बोझ के बजाय एक मूल्यवान संसाधन के रूप में देखा जाना चाहिए, जिनके पास ज्ञान और अनुभव का खजाना है।
सरकारी योजनाएँ इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं, लेकिन वास्तविक परिवर्तन तभी आएगा जब हम सभी अपने वरिष्ठ नागरिकों के प्रति अपने दृष्टिकोण और व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लाएंगे।
यदि आप या आपके परिवार के कोई वरिष्ठ सदस्य इन योजनाओं का लाभ लेना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी बैंक, डाकघर, या सामाजिक कल्याण कार्यालय से संपर्क करें। इसके अलावा, एलडर हेल्पलाइन (14567) पर कॉल करके भी आप विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
हमारे वरिष्ठ नागरिक हमारे समाज के स्तंभ हैं, उनकी देखभाल और सम्मान करना हम सभी का कर्तव्य है।